कुछ कह गया है दिल।

एक एहसास छूकर गया है,
कुछ ख़ास कहकर गया है;
मीठास देकर गया है,
अल्फाज़ छीन ले गया है।

अब दिल की बातों को है सुनना,
हर ख्वाब मज़बूत है बुनना;
हर मौके को झपट के है चुनना,
हर कच्चे हिस्से को है भुनना।

मरने से पहले नहीं मरना है,
सपनों के सच से नहीं डरना है;
इन सपनों की किमत पसीना है,
मुझे आखिरी साँस तक जीना है।
                                
                                 ✍मुग्धा।

Comments

  1. Aakhri saas tak tu jeeti ja.... na he tujhe koi rokne wala ...karm aise tu nitya kar.... Pa jayegi madhushala ❤️ jordar likha he 👏👏

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